Rajiv Gandhi Yuva Mitra latest news: टंकी पर चढ़े युवा मित्र एवं आमरण अनशन का सातवां दिन, हालत हुए गंभीर
प्रदेश के हजारों युवा मित्रों का संघर्ष शहीद स्मारक पर अनिश्चितकालीन धरने के 70 वें दिन एवं केबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा जी के जयपुर आवास पर धरने के 11 वें दिन साथ ही “आमरण अनशन” के 7 वें दिन भी जारी रहा। और आज सात दिन से अनशन पर बिना कुछ खाएं रहने के कारण अनशन पर बैठे युवा मित्रों का स्वास्थ्य भी बिगड़ने लगा है। पांच युवा मित्र निरंतर माननीय कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा जी के जयपुर आवास पर पिछले सात दिनों से अनशन पर बैठे है। और अब तक सरकार ने इनकी सुनवाई एक बार भी नहीं की है। ऐसे में बेरोजगारी से तनावग्रस्त युवा मित्र आज आक्रोशित हो जयपुरिया हॉस्पिटल के पीछे वाली पानी की टंकी पर काफी संख्या में पुरुष एवं महिला युवा मित्र जा चढ़े है। बताया जा रहा है कि ऊपर चढ़े युवा मित्रों के साथ में काफी मात्रा में पेट्रोल भी है। अब तक सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया ना मिलने के कारण सभी युवा मित्र काफी हताश हो चुके है। ऊपर चढ़े युवा मित्रों की मांग है कि जब तक सरकार आचार संहिता से पहले हमारी मांग नहीं मानती है तो हम मर जायेंगे लेकिन बिना रोजगार के और हक एवं अधिकार की लड़ाई में पीछे नहीं हटेंगे। सरकार ने हमारे साथ जो अनैतिक कार्य किया है वो 5000 परिवारों के भूखे पेट पर लात मारने से कम नहीं है। जबकि ये युवा मित्र निरंतर राज्य एवं केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को पात्र जनता तक पहुंचाने का कार्य कर रहें थे। केंद्र सरकार की विकसित भारत संकल्प यात्रा में भी ड्यूटी दे रहे थे। फिर भी सरकार ने इन्हें अचानक सूचना निकाल कर तुरंत प्रभाव से सेवा से हटा दिया। इससे सरकार की क्षीण मानसिकता का पता लगता है। ये पूर्ण तरीके से युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। वर्तमान सरकार जो युवाओं को रोजगार देना का वादा कर रही थी आज वो इनका रोजगार छीन रही है।
युवा मित्र संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हमारे साथी इतने ज्यादा हताश हो चुके हैं कि अब वह मरने के लिए भी बेताब हो चुके हैं पिछले 70 दिन से धरना दे रहे साथी बहुत ज्यादा मानसिक तनाव में आ चुके हैं। इस घटना से पहले हमने सरकार को बार – बार चेताने का प्रयास किया परंतु आज इतने दिन बाद भी सरकार ने हम गरीब किसानों के परिवार से संबंध रखने वाले युवा मित्रों की मांग नही मानी है। क्या इसी को राम राज्य कहते है! हमने सोचा था नई सरकार बनेगी और हम जन सेवक युवा मित्रों को एक अच्छा प्लेटफार्म उपलब्ध करवाएगी। परंतु सरकार ने इसके बजाय हम 5000 युवा मित्रों को बिना किसी मंत्रिमंडल गठन एवं कैबिनेट बैठक के इन्हें तुरंत प्रभाव से निकाल फेंका।
आज हम सरकार को आभास करा देना चाहते है कि यदि इस दौरान हमारे किसी भी साथी के साथ कोई भी बड़ा हादसा हो जाता है तो हम और हमारा परिवार चुप नहीं बैठेंगे एवं आने वाले लोकसभा चुनाव में सरकार की ईंट से ईंट बजा हमारी ताकत का एहसास करा देंगे। क्योंकि हम 5000 युवा मित्र लाखों के बराबर है। वैसे भी हम एक साथी स्व. राजकुमार गुप्ता जी को सरकार द्वारा नौकरी छिन जाने के सदमे से खो चुके है और अब और किसी साथी को नहीं खोना चाहते हैं। आज भी शहीद स्मारक पर धरना चलता रहा एवं हमारा मार्गदर्शन करने हेतु काफी संख्या में मार्गदर्शक आते जाते रहें। इस दौरान शहीद स्मारक पर एवं किरोड़ी लाल के आवास पर भी प्रदेश समिति के अध्यक्ष संजय मीणा, महासचिव जितेंद्र गुर्जर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हंसदास कामड़ , सचिव रामचंद्र नायक, संतोष सुथार, नैना मीणा जी एवं हजारों की संख्या में युवा मित्र उपस्थित रहें।