Rajasthan: सीमा पर तनाव के बीच मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ली आपात बैठक, सुरक्षा एवं राहत व्यवस्थाओं की समीक्षा
जयपुर, 09 मई: भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव को देखते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्रिपरिषद की आपात बैठक बुलाई। बैठक में प्रदेश की सुरक्षा, आपदा प्रबंधन और आवश्यक सेवाओं की तैयारियों की व्यापक समीक्षा की गई।
मुख्यमंत्री ने सीमावर्ती जिलों के प्रभारी मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों को अपने क्षेत्रों में निरंतर सक्रिय रहने और आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने आमजन से अपील की कि वे सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों से बचें और केवल सरकारी सूत्रों से जारी अधिकृत सूचनाओं पर ही विश्वास करें।
सीमावर्ती जिलों को त्वरित राहत के लिए मिला विशेष बजट
सरकार ने बाड़मेर, बीकानेर, जैसलमेर और श्रीगंगानगर जिलों के लिए 5-5 करोड़ रुपये तथा जोधपुर, हनुमानगढ़ और फलौदी जिलों के लिए 2.5-2.5 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। यह राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष के नियमों में शिथिलता प्रदान कर राहत एवं सहायता कार्यों के लिए दी गई है। साथ ही, आपदा प्रबंधन मद से राज्यभर में आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था के लिए 19 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।
24 घंटे सक्रिय रहेगा प्रशासन, सीमावर्ती इलाकों में बढ़ी सुरक्षा
पुलिस प्रशासन, आरएसी, एसडीआरएफ और बॉर्डर होमगार्ड की अतिरिक्त टुकड़ियों को सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात किया गया है। वहां अतिरिक्त दमकल गाड़ियाँ और एम्बुलेंस सेवाएं भी मुहैया कराई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि सभी अधिकारी 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहें।
जनप्रतिनिधियों को मिला जिम्मा, अफवाहों पर रखें नजर
बैठक के बाद उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा और संसदीय कार्य मंत्री श्री जोगाराम पटेल ने बताया कि सीमावर्ती जिलों में सभी आवश्यक सेवाओं जैसे बिजली, पानी, स्वास्थ्य, दवाइयों और खाद्यान्न की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। साथ ही, अधिक भीड़-भाड़ वाले आयोजनों से बचने, ब्लैकआउट की तैयारियों और रात में सीमित मूवमेंट जैसे कदमों पर भी विचार किया गया है।
राज्य सरकार ने रक्तदान शिविरों को सक्रिय करने और नियमित रक्तदाताओं को तैयार रखने के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे आमजन से लगातार संपर्क बनाए रखें और किसी भी प्रकार की अफवाह को फैलने से रोकने में सक्रिय भूमिका निभाएं।