Congress Protest: भाजपा सरकार के विरूद्ध व्यापक विरोध-प्रदर्शन
कोटा: कलेक्ट्री के सामने जनसमस्याओं को लेकर कोटा शहर, कोटा देहात तथा बूंदी जिला कांग्रेस कमेटियों द्वारा राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री गोविन्द सिंह डोटासरा के नेतृत्व में राजस्थान की भाजपा सरकार के विरूद्ध व्यापक विरोध-प्रदर्शन किया गया। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री गोविंद सिंह डोटासरा ने विरोध-प्रदर्शन में उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए कहा कि कोटा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जबरदस्त उत्साह के साथ लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत के करीब पहुंचे देशभर में संदेश दिया की लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला चुनाव हार रहे हैं, किन्तु अंतिम दो दिन पुलिस प्रशासन ने अलोकतांत्रिक भूमिका निभाते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं मतदाताओं को प्रताडि़त कर भाजपा के पक्ष में चुनाव परिणाम लाने का कार्य किया जिसे भुलाया नहीं जायेगा और आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी ऐसे प्रशासनिक अधिकारियों को सबक सिखाएगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान में भाजपा ने चुनाव पूर्व आम जनता से बड़े-बड़े वादे किये थे, कांग्रेस के खिलाफ जबरदस्त दुष्प्रचार किया, प्रधानमंत्री स्वयं ने प्रदेश में घूम-घूम कर 18 सभायें की तथा कांग्रेस पर भ्रष्टाचार और अनेक झूठे आरोप लगाकर भ्रमित करने का कार्य किया। भाजपा ने बहकाकर प्रदेश में सरकार तो बना ली, लेकिन पिछले 6 माह में राजस्थान की भाजपा सरकार ने प्रदेश हित में ना तो कोई कार्य किया है और ना ही जनता की तकलीफों को दूर करने हेतु कोई निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि भ्रमित कर भाजपा ने राजस्थान में सत्ता तो हथिया ली और पर्ची के माध्यम से मुख्यमंत्री को कमान सौंप दी, किन्तु यह इस डबल इंजन की सरकार के शासन में आज कानून-व्यवस्था बेपटरी हो गई है, आज कोई व्यक्ति सुरक्षित नहीं है, घर, बाजार, अस्पताल सब जगह अपराध हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा अत्याचार हमारे प्रदेश की मातृशक्ति और दलितों के विरुद्ध हुए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले पांच माह में हमारे प्रदेश की 2875 माता-बहिनों के साथ रेप की घटनायें हो चुकी है। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में हमारी माता-बहिनें सुरक्षित नहीं है, प्रतिदिन 18-19 रेप की घटनायें घटित हो रही है जो शर्मसार करने वाली है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में कानून व्यवस्था की दुहाई देने वाले भाजपा नेता आज कहां गये और कुछ बोलते क्यों नहीं है।
उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में कोटा के बूढ़ा तीर्थ में गैंगरेप पीडि़ता ने आत्महत्या की, ऐसी शर्मसार करने वाली घटनायें घटित हो रही है। कोटा में ही नीट की तैयारी करने वाली छात्रा के साथ गैंगरेप हुआ, कोचिंग संचालक ने एक छात्रा के साथ गैंगरेप कर दिया। कोटा के गुमानपुरा में नाबालिक बहनों के साथ गैंगरेप हुआ, कोटा में ही मजदूरी कर घर लौट रही एक महिला के साथ गैंगरेप हुआ, बूंदी में दो साल की बच्ची के साथ रेप हुआ, बूंदी में ही नाबालिक को बंधक बनाकर गैंगरेप किया गया। मुख्यमंत्री के गृह जिले भरतपुर में 8 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप हुआ, भरतपुर से जयपुर आती बस के अंदर गैंगरेप हुआ, अजमेर के प्लेटफार्म पर नाबालिक के साथ गैंगरेप हुआ, विराटनगर में भी बच्ची के साथ दरिंदगी और जानलेवा हमला हुआ, जयपुर के पुलिस क्वार्टर में नाबालिक के साथ रेप हुआ, अलवर में पुलिस वालों ने गैंगरेप किया, बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ में छात्रा के साथ गैंगरेप हुआ, जालौर में प्रिंसिपल ने छात्रा के साथ रेप किया, यह सारे आंकड़े शर्मसार करने वाले हैं, किन्तु मुख्यमंत्री का इस और ध्यान नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री के लिए कहा कि प्रदेश में पर्ची से सरकार तो बन गई, किन्तु गृहमंत्री भी स्वयं मुख्यमंत्री ही हैं और प्रदेश की कानून-व्यवस्था ठीक करने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री के कंधों पर ही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर ध्यान देने की बजाए केवल भ्रमण पर रहते हैं, भाषण देते हैं, लेकिन जनता की पीड़ा की ओर उनका ध्यान नहीं है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की सरकार केवल और केवल जनता को भ्रमित करने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में अजीब से हालत है, कोई मंत्री जेब में इस्तीफा लिये घूम रहा है, भाजपा का कोई मंत्री सरकारी गाड़ी छोड़ रहा है, लेकिन ऐसा प्रतीत हो रहा है सब नौटंकी कर रहे हैं, किन्तु राजस्थान की जनता ने नौटंकी नहीं अपितु प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाये रखने हेतु सरकार में बिठाया था। उन्होंने कहा कि राजस्थान की जनता ने बच्चों को अच्छी शिक्षा के लिये, नौजवानों को नौकरी, किसानों को, दलितों को, पिछड़ों को, आम जनता को पानी मिले, बिजली मिले, यह जिम्मेदारी सौंपी थी, किन्तु छ: महीने में राजस्थान में डबल इंजन की सरकार के शासन में 12,692 महिला अत्याचार के मामले दर्ज हुए हैं। उन्होंने कहा कि अप्रेल और मई माह में हत्या के 28 प्रतिशत मामले बढ़ चुके हैं और अप्रेल से मई एक महीने में ही दलित और आदिवासियों पर अत्याचार के मामले 35 प्रतिशत बढ़ चुके हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में लोगों को पानी नहीं मिल रहा, महिलायें, बच्चे, बुजुर्ग पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं, त्राहिमाम-त्राहिमाम हो रहा है। उन्होंने कहा कि सिंचाई के लिए दो घण्टे से ज्यादा बिजली नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि नौजवानों को नौकरी, किसानों को बिजली देने की जिम्मेदारी राजस्थान सरकार की है और उन्हें अपनी जिम्मेदारी निभानी पड़ेगी, इससे बचने का कोई उपाय नहीं है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश की जनता बिजली नहीं होने के कारण भीषण गर्मी में रात को चैन की नींद भी नहीं ले पाती, इसके लिए भाजपा की डबल इंजन की सरकार जिम्मेदार है, क्योंकि बिजली के अभाव में लोगों को पेयजल भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है, ऐसी व्यवस्था आज भाजपा के शासन में प्रदेशवासी झेलने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के जो नेता परीक्षाओं को लेकर बड़ी-बड़ी बात करते थे प्रतिदिन पेपर लीक के आक्षेप कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार पर लगाते थे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने तो पेपर लीक होने पर दोषियों को सलाखों के पीछे भेजा था तथा राजस्थान की विधानसभा में इसके विरुद्ध का कड़ा कानून बनाने का कार्य किया था जिसमें एक करोड़ रुपये जुर्माना और 10 साल की सजा का प्रावधान था। देश के प्रधानमंत्री महोदय से उस वक्त भी कांग्रेस ने आग्रह किया था कि पेपर लीक राजस्थान की नहीं पूरे देश की समस्या है, इसे राजनीतिक हथियार बनाने की बजाए देश में इसको रोकने हेतु कानून बनाया जाये, लेकिन भाजपा ने लोगों को बर्गलाकर सत्ता लेने का कार्य किया। उन्होंने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि यदि भाजपा में नैतिकता शेष है तो नीट पेपर लीक के आरोपियों के खिलाफ सही प्रकार से जांच कराये और प्रदेश में भी जो आरोप उन्होंने लगाए थे उसकी भी जांच निष्पक्षता से कराये अन्यथा झूठे आरोप लगाना बंद करें।
उन्होंने कहा कि आज पूरा देश जानता है कि नीट का पेपर आउट हो गया लेकिन केन्द्र की सरकार अनियमितताओं की जांच तो सीबीआई से करवा रही है किन्तु पेपर निरस्त नहीं कर रही, क्योंकि नीट पेपर परीक्षा में बहुत बड़ा घोटाला हुआ है और पेपर माफिया के तार देश के शिक्षा मंत्री और प्रधानमंत्री कार्यालय से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि देशभर में कोटा को और कोटा के नेताओं को प्रतिष्ठा की दृष्टि से देखा जाता है, किन्तु ना जाने कहां से कोटा में राजस्थान सरकार के एक शिक्षा मंत्री आ गये जो प्रतिदिन अनर्गल बातें करते हैं। उन्होंने कहा कि आश्चर्य है कि 14 आपराधिक मुकदमे जिस व्यक्ति पर हो उसे शिक्षा जैसे महकमें की जिम्मेदारी दी गई है और वह व्यक्ति अपने विभाग के कार्य करने की बजाए प्रतिदिन अनर्गल आरोप दूसरों पर लगाते रहते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री महोदय आरएसएस के दिखाये मार्ग पर चल रहे हैं जो कि झूठ बोल, बार-बार बोलो और झूठ बोलकर लोगों को भ्रमित करते रहो के अलावा कुछ भी नहीं है, किन्तु जनता अब समझ चुकी है। उन्होंने कहा की नीट के पेपर आउट होने का खुलासा बिहार के उप मुख्यमंत्री कर रहे हैं, बिहार में दो एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं, उसकी जांच सीबीआई कर रही है, तो प्रश्न यह है कि अब केन्द्र सरकार इस परीक्षा को निरस्त क्यों नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि जो नेशनल टेस्टिंग एजेंसी नीट का पेपर करवा रही है इस एजेंसी में नीट, पीजी, सीएसआईआर और नेट की परीक्षा निरस्त अथवा स्थगित कर दी तो फिर ऐसी असक्षम एजेंसी द्वारा कराई गई परीक्षा को निरस्त करने से केन्द्र सरकार क्यों पीछे हट रही है, यह देश की जनता जानना चाहती है। उन्होंने कहा कि आज युवाओं के सपनों को लूटने का कार्य देश की सरकार कर रही है और प्रदेश की भाजपा सरकार कह रही है कि जो 300 से अधिक कॉलेज राजस्थान की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने खोले उनकी समीक्षा करेंगे। उन्होंने 25 लख रुपये नि:शुल्क ईलाज की योजना को बंद करने का कार्य किया।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना जिसके द्वारा लोगों को लाभ मिला, राजस्थान स्वस्थ रहे यह परिकल्पना साकार हुई, देशभर में प्रशंसा हुई उस योजना को स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री अनावश्यक बता रहे हैं और कह रहे हैं कि यह योजना लोगों को 25 लाख का बीमा देती है इसलिये फायदेमंद नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा के मुख्यमंत्री एवं चिकित्सा मंत्री को तो देश के प्रधानमंत्री को खुश रखना है इसलिए उनके द्वारा चलाई गई 5,00,000 की बीमा योजना ही लागू करेंगे। उन्होंने कहा कि राजस्थान में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने अंग्रेजी माध्यम के 100 से अधिक स्कूल खोले, जिसमें 7.30 लाख बच्चे गरीबों के, दलितों के, पिछड़ों के अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और अपना भविष्य बना रहे हैं, उस पर भी भाजपा के नेता सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के शिक्षा मंत्री श्री मदन दिलावर कह रहे हैं कि बच्चे अंग्रेजी शिक्षा नहीं कागला कमेडी आदि पढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को शर्म नहीं आती खुद के बच्चों को तो डॉक्टर, इंजीनियर और विदेश में शिक्षा दिलवाते हैं, किन्तु राजस्थान के बच्चे अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा ग्रहण कर ले तो उन्हें दिक्कत है। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री को यह भी पता नहीं की राजस्थान की पूर्ववर्ती सरकार ने जिला लेवल पर आठवीं तक की स्कूल खोली थी जिसमें हिंदी मीडियम के बच्चों को जबरन शामिल नहीं किया गया था बल्कि अंग्रेजी माध्यम में जो पढऩा चाहते थे और प्राइवेट स्कूलों में अपनी गाड़ी कमाई का पैसा अभिभावक खर्च कर रहे थे उन्होंने अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में अपने बच्चों का दाखिला करवाया था। उन्होंने कहा कि प्राइवेट स्कूलों में 50000 की फीस सालाना भरते थे, वही बच्चे सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में पढऩे के लिए आये और आज दसवीं की बोर्ड परीक्षा में बच्चों का परिणाम हिंदी माध्यम के स्कूलों से ज्यादा श्रेष्ठ महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम की स्कूलों का रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को समझना होगा कि कब तक भ्रमित करके काम चलाएंगे। उन्होंने कहा कि जनता ने इस बार लोकसभा चुनाव में 11 स्थान पर कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों को जिताकर भाजपा नेताओं की नींद उड़ा दी है। उन्होंने कहा कि कोटा में थोड़ी सी कसर रह गई वरना यहां भी सांसद कांग्रेस के श्री प्रहलाद गुंजल ही बनते। उन्होंने कहा कि कोटा के कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ताओं ने जानकारी दी है कि कोटा में एक प्रशासनिक अधिकारी भाजपा के इशारे पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को परेशान करने का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि आज वह इस मंच से उस प्रशासनिक अधिकारी को चेतावनी देते हैं कि कानून के मुताबिक काम करें वरना कांग्रेस के कार्यकर्ता तुम्हारे जुल्मों को सहन करने के लिए नहीं बने, बराबर जवाब देंग,े सदन से सडक़ तक लड़ाई करके घुटनों के बल लाने का कार्य करेंगे।
उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस पार्टी सदन से लेकर सडक़ तक संघर्ष करने के लिए जायेगी और जवाब लेंगे कि जिस व्यक्ति के खिलाफ 14 मुकदमे है उसके खिलाफ हिस्ट्रीशीट क्यों नहीं खुली। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सच्चाई के मार्ग पर चलने का हौसला दिया है, जुल्म और अन्याय के विरूद्ध लडऩे का मार्ग दिखाया है, इसलिए कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा सरकार द्वारा पुलिस प्रशासन द्वारा किये जा रहे दुरुपयोग के खिलाफ संघर्ष करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे और सच्चाई के पथ पर आगे बढ़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता तैयार रहे क्योंकि दिल्ली की केन्द्र सरकार दो साल भी पूरे नहीं कर पायेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में अफसर शाही के खेल के कारण भाजपा नेताओं, मंत्रियों और विधायकों की ही दुर्गति हो रही है क्योंकि वह एक बाबू भी नहीं लगा सकते, जनता के काम तो क्या करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता अपने यहां एक बाबू नहीं लगा सकते यह कैसी डबल इंजन की सरकार है, उन्हें शर्म से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो मातृशक्ति की रक्षा नहीं कर सके वह कैसी डबल इंजन की सरकार है। उन्होंने कहा कि जो बच्चों की पढ़ाई नहीं करवा सके वह कैसी डबल इंजन की सरकार है। उन्होंने कहा कि जो युवाओं को रोजगार नहीं दे सके यह कैसी डबल इंजन की सरकार है। उन्होंने कहा कि घरेलू उपभोक्ताओं को कांग्रेस शासन में 100 यूनिट बिजली नि:शुल्क मिलती थी, कृषि कनेक्शन में 2000 यूनिट प्रतिमाह बिजली नि:शुल्क थी, आज नये कनेक्शन लेने वालों को यह लाभ नहीं मिल रहा है। चिकित्सा व्यवस्था चरमरा गई है, लोगों को ईलाज नहीं मिल रहा। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार गुजरात मॉडल राजस्थान में लाना चाहती है वह नहीं चलने देंगे, समीक्षा के नाम पर राजस्थान की भाजपा सरकार कांग्रेस शासन में लागू जन कल्याणकारी योजनायें बंद करना चाहती है, उसके विरुद्ध राजस्थान की जनता के हक को दिलवाने हेतु जनता के आशीर्वाद से कांग्रेस संघर्ष करेगी, क्योंकि यह सरकार जनता के लिए चलती है, भाजपा को यह समझना होगा कि नेताओं की सुविधा के लिए नहीं बनती है। उन्होंने कहा कि पिछले छ: माह से समीक्षा के अलावा भाजपा सरकार कुछ नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि भाजपा को जो पर्ची सरकार बनाने के लिए भेजी थी उसकी समीक्षा कर लेनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री ना तो काम करते हैं और ना ही उनसे कोई मिल सकता है। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र शुरू होने वाला है, नेता प्रतिपक्ष श्री टीकाराम जूली के नेतृत्व में कांग्रेस के 70 विधायक राजस्थान की भाजपा सरकार की नाक में नकेल डालकर जनता के हित में कार्य करने हेतु बाध्य करेंगे। उन्होंने कहा कि आज कोटा से भाजपा की राजस्थान सरकार के विरूद्ध जनसंघर्ष की शुरुआत हुई है, जिसे प्रदेश के सभी 25 लोकसभा क्षेत्र में ले जाकर जनता के लिए संघर्ष करने का कार्य राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी करेगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान के शिक्षा मंत्री ने जो आदिवासियों के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी की है, उसकी राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी घोर निंदा करती है। उन्होंने कहा कि हमारे देश के आदिवासी समुदाय वह है जिसने अंग्रेजो के शासन में उनके जुल्म और प्रताडऩा के विरुद्ध संघर्ष किया, घुटने नहीं टेके, इसलिए ऐसे समुदाय के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी करने वाला व्यक्ति निंदा योग्य है। उन्होंने कहा कि इस सरकार का डीएनए टेस्ट इस बार राजस्थान के विधानसभा में सत्र के दौरान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक शिक्षा मंत्री श्री मदन दिलावर आदिवासी समुदाय से माफी नहीं मांगेंगे तब तक कांग्रेस के नेता एवं कार्यकर्ता चुप नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि मैं अध्यापक का बेटा हूं और मैंने भी शिक्षा मंत्री का दायित्व निभाया था तथा ईमानदारी से कार्य किया और भाजपा के नेताओं के आरोपों में यदि थोड़ी भी सच्चाई होती तो यह डबल इंजन की सरकार अब तक तो कार्यवाही कर चुकी होती है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की कथनी से लगता है कि पॉंच साल में एक भर्ती पूरी ढंग से नहीं कर पायेगी, क्योंकि बिना सोच- समझे मुख्यमंत्री महोदय कुछ भी बोल देते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री महोदय को अधिकारियों के भरोसे नहीं रहना चाहिए, क्योंकि अधिकारी तो जो सरकार में आये उसके चारों ओर चक्कर काटते हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री महोदय को सरकार में शिक्षा मंत्री जो अनर्गल बयानबाजी और अपमानजनक टिप्पणियां समुदायों पर करते हैं उनका इस्तीफा लेकर अच्छे काम की शुरुआत करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि आज भाजपा के नेता महंगाई बेरोजगारी और कानून व्यवस्था की बात नहीं कर रहे हैं, नये जिलों को खत्म करने की बात कह रहे हैं, सभी योजनाओं की समीक्षा के नाम पर समय निकाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद करने का कार्य किया गया तो कांग्रेस कार्यकर्ता चुप नहीं बैठेंगे। भाजपा सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि संघर्ष के लिए तैयार रहे और तत्परता के साथ जनता के बीच सक्रिय रहें।
रिपोर्ट: जीतेन्द्र कुमार