New Gram Panchayat Update: बड़ियाल कलां आंदोलन निर्णायक मोड़ पर — संतोष कटारिया अस्पताल से लौटते ही फिर भूख हड़ताल पर, प्रशासन सतर्क — क्षेत्रभर के जनप्रतिनिधियों का जनसैलाब उमड़ा
बड़ियाल कलां (बांदीकुई)। पंचायत समिति का दर्जा दिलाने की माँग को लेकर चल रहा बड़ियाल कलां का ऐतिहासिक जनआंदोलन सोमवार को एक निर्णायक मोड़ पर पहुँच गया। आठवें दिन धरना स्थल पर माहौल तब गर्म हो गया जब प्रमुख अनशनकारी संतोष कटारिया की तबीयत अचानक बिगड़ गई और उन्हें देर रात बांदीकुई अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। चिकित्सा टीम ने अत्यधिक कमजोरी और लो ब्लड प्रेशर की पुष्टि की। लेकिन हैरान कर देने वाली बात यह रही कि स्थिति सुधरते ही संतोष कटारिया अस्पताल से सीधे धरना स्थल पर लौट आए और दोबारा भूख हड़ताल पर बैठ गए। उनका यह साहस ग्रामीणों में नई ऊर्जा लेकर आया और आंदोलन में जोश दोगुना हो गया। संतोष के परिवारजन, बच्चे और परिजन भावुक क्षणों के बीच रात को धरना स्थल पहुँचे और उनका हौसला बढ़ाया। संतोष कटारिया ने स्पष्ट कहा— “अंतिम सांस तक लड़ेंगे… पंचायत समिति हमारा हक है, इसे लेकर ही दम लेंगे।” इसी बीच अनशनकारी समय सिंह बांसड़ा ने भी कहा— “यह लड़ाई जनता की है, और जनता संग मिलकर आखिरी सांस तक संघर्ष जारी रहेगा। सरकार फैसला दे—यह अब जनता का आदेश है।” प्रशासन सतर्क — उप तहसीलदार ने लिया स्थिति का जायज़ा तेजी से बढ़ते जनदबाव को देखते हुए प्रशासन भी पूरी तरह अलर्ट मोड में आ गया है। उप तहसीलदार ने स्वयं धरना स्थल पहुँचकर अनशनकारियों की स्थिति की जांच की और चिकित्सा दल को लगातार तैनात रहने के निर्देश दिए। अधिकारी शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने की अपील कर रहे हैं, लेकिन आंदोलन की तीव्रता लगातार बढ़ती दिख रही है।जनप्रतिनिधियों का अभूतपूर्व जनसैलाब — आंदोलन को मिला विशाल समर्थन
धरना स्थल पर आज वह भीड़ उमड़ी जो गांव के इतिहास में पहले कभी नहीं देखी गई। सैकड़ों ग्रामीणों के साथ-साथ कई सरपंच, सामाजिक कार्यकर्ता, किसान नेता और पंचायत प्रतिनिधि आंदोलन के समर्थन में पहुंचे। प्रमुख उपस्थित जनप्रतिनिधियों में शामिल रहे— गुलाब सिंह कुशवाह (महामंत्री संघर्ष समिति), सुमेर सिंह रलावता, समय सिंह बांसड़ा, सरपंच हरिराम गोलाड़ा, भजनलाल सैनी (GSS अध्यक्ष), पवन भजाक, भंवर सिंह मेडी, विजेंद्र सैनी, भगवान सहाय भेदाड़ी, वीरेंद्र सिंह, अनिल जी सरपंच, भगवत जी गोलाड़ा, रतन पटेल सहित अनेक नेता। सभी ने एक सुर में कहा— “बड़ियाल कलां को पंचायत समिति का दर्जा मिले बिना आंदोलन नहीं रुकेगा।” कल दोपहर 3 बजे निर्णायक फैसला — ग्रामीणों में जबरदस्त उत्साह शाम की सामूहिक बैठक में निर्णय लिया गया कि कल दोपहर 3:00 बजे तहसील के सामने विशाल जनसभा होगी, जहाँ आंदोलन की अगली रणनीति और अंतिम फैसला घोषित किया जाएगा। गांव ही नहीं, पूरे क्षेत्र में उत्साह चरम पर है, लोगों की निगाहें अब मंगलवार 3 बजे होने वाली ऐतिहासिक घोषणा पर टिकी हैं।