Scooty Yojana: गंगापुर सिटी में स्कूटी योजना की चयनित छात्राएं दस्तावेज सत्यापन से वंचित, पोर्टल खोलने की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन
छात्र नेता सीताराम गुर्जर के नेतृत्व में प्राचार्य को दिया ज्ञापन, योजना की अंतिम तिथि नजदीक
गंगापुर सिटी। देवनारायण स्कूटी योजना एवं कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना के अंतर्गत अंतिम सूची में चयनित कई छात्राओं को उस समय निराशा का सामना करना पड़ा जब वे दस्तावेज सत्यापन के लिए राजकीय पीजी महाविद्यालय पहुंचीं, लेकिन पोर्टल बंद होने के कारण वे अपनी मूल आवेदन की हार्ड कॉपी नहीं ला सकीं। इससे करीब 30 छात्राएं दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया से वंचित रह गईं।
सोमवार को बड़ी संख्या में चयनित छात्राएं दस्तावेज सत्यापन के लिए कॉलेज पहुंचीं थीं। इनमें से अधिकांश ने सफलतापूर्वक अपनी फाइल जमा करवाई, लेकिन स्कूटी पोर्टल का तकनीकी रूप से बंद होना अन्य छात्राओं के लिए चिंता का विषय बन गया। छात्राओं ने बताया कि बिना पोर्टल एक्सेस के वे मूल आवेदन पत्र डाउनलोड नहीं कर सकीं, जो सत्यापन के लिए अनिवार्य था।
छात्राएं मायूस, उठाई पोर्टल दोबारा खोलने की मांग
दस्तावेज सत्यापन से वंचित छात्राएं बेहद दुखी नजर आईं। छात्राओं ने बताया कि उन्होंने समय पर आवेदन किया और सूची में उनका नाम भी है, लेकिन पोर्टल की तकनीकी गड़बड़ी के चलते वे अंतिम चरण में अटक गई हैं। इस मुद्दे को लेकर छात्राएं छात्र नेता सीताराम गुर्जर से मिलीं, जो मौके पर कॉलेज में ही दस्तावेज सत्यापन में सहयोग के लिए उपस्थित थे।
सीताराम गुर्जर ने छात्राओं को साथ लेकर आयुक्त, कॉलेज शिक्षा राजस्थान के नाम कॉलेज प्राचार्य को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि स्कूटी योजना पोर्टल को तुरंत खोला जाए, ताकि छात्राएं मूल आवेदन की प्रति प्रिंट करवा सकें और शेष दस्तावेजों के साथ समय पर सत्यापन करवा सकें।
समयसीमा का दबाव, छात्राओं में बढ़ रही चिंता
चयनित छात्राओं को डर है कि अगर पोर्टल समय पर नहीं खुला, तो वे योजना का लाभ लेने से चूक सकती हैं। छात्राएं चाहती हैं कि शासन इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तकनीकी समाधान निकाले और अंतिम तिथि बढ़ाकर सभी को मौका दे।
ज्ञापन सौंपते समय मौजूद रहीं ये छात्राएं:
समीक्षा खटाना, कोमल गुर्जर, वर्षा गुर्जर, अंजली गुर्जर, मोनिका प्रजापत, मेघा सिंह भंडारी, विष्णु गुर्जर, अजीत गुर्जर सहित अन्य छात्राएं भी इस मौके पर उपस्थित रहीं और पोर्टल खोलने की मांग के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद की।