Dr. Shyama Prasad Mukharji: डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का नारा राष्ट्र की एकता का प्रतीक: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा
जयपुर: भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर भाजपा प्रदेश कार्यालय में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ सहित कई प्रमुख नेता उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि “डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का नारा ‘एक देश में दो विधान, दो निशान नहीं चलेंगे’ कोई राजनीतिक नारा नहीं, बल्कि राष्ट्र की आत्मा की पुकार और एकता-अखंडता का प्रतीक था।” उन्होंने बताया कि 14 लोगों से शुरू हुई जनसंघ की यात्रा आज 14 करोड़ कार्यकर्ताओं के रूप में दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक संगठन बन चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि “पंचायत से लेकर संसद तक कांग्रेस ने जब विचारधारा छोड़ी, तभी उसका पतन शुरू हुआ। वहीं भाजपा राष्ट्रवाद और सेवा की विचारधारा से लगातार मजबूत हुई है। कांग्रेसी नेता अब सिर्फ सोशल मीडिया तक सिमट कर रह गए हैं, जबकि भाजपा धरातल पर कार्य कर रही है।”
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आगे कहा कि “हमारी सरकार के डेढ़ साल के कार्यों ने कांग्रेस के पांच सालों को पीछे छोड़ दिया है। बिजली से लेकर विकास योजनाओं तक सभी क्षेत्रों में हमारी सरकार ने प्रभावी कार्य किया है।” उन्होंने यह भी बताया कि भाजपा सरकार 5000 गांवों को बीपीएल मुक्त करने की दिशा में तेजी से काम कर रही है और इसके लिए 300 करोड़ का बजट जारी किया गया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने डॉ. मुखर्जी के बलिदान को याद करते हुए कहा कि “डॉ. मुखर्जी राष्ट्रभक्ति, सांस्कृतिक चेतना और राजनीतिक शुद्धिकरण के प्रतीक हैं। उनका जीवन आज भी हम सभी कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा है।”
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि पार्टी जल्द ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय पखवाड़ा की शुरुआत करेगी, जिसके अंतर्गत अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुँचाया जाएगा।
अंत में मुख्यमंत्री ने उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और डॉ. मुखर्जी के सपनों के भारत को साकार करने के लिए एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया।