Blo Suicide Case: निर्वाचन दबाव में BLO की आत्महत्या के बाद कर्मचारियों ने मांगी निष्पक्ष जांच
राजस्थान में निर्वाचन कार्य के बढ़ते दबाव और लगातार दिए जा रहे टार्गेट को लेकर फील्ड कर्मचारियों में नाराज़गी उभरकर सामने आई है। इसी मुद्दे पर राजस्थान पंचायती राज एवं माध्यमिक शिक्षक संघ उप शाखा रेनी ने उपखंड अधिकारी, रेनी के माध्यम से राज्य निर्वाचन आयुक्त के नाम ज्ञापन सौंपा है।
🔹 कर्मचारियों ने क्या कहा?
कर्मचारियों का आरोप है कि
- एसआईआर कार्य का पूरा भार BLO और अन्य फील्ड कर्मचारियों पर डाला जा रहा है।
- जयपुर में एक बूथ लेवल अधिकारी (BLO) द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद भी विभाग द्वारा आत्मचिंतन नहीं किया गया।
- लगातार टार्गेट देने और सस्पेंशन के दबाव ने कर्मचारियों को भयग्रस्त कर दिया है।
🔹 शिक्षक बोले— शिक्षण व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि
- अधिकतर शिक्षकों को निर्वाचन कार्यों में लगा देने से शिक्षण व्यवस्था बिगड़ रही है।
- अर्धवार्षिक परीक्षाएँ नज़दीक हैं लेकिन शिक्षक लगातार फील्ड कार्यों में व्यस्त होने से पाठ्यक्रम अधूरा रह जा रहा है।
- इससे सरकारी स्कूलों में नामांकन गिरने और परीक्षा परिणाम प्रभावित होने की पूरी संभावना है, जिसका दोष अनुचित रूप से शिक्षकों पर ही लगाया जाएगा।
🔹 क्या है मुख्य मांग?
कर्मचारियों और शिक्षकों की मुख्य मांग है कि—
- BLO और फील्ड कर्मचारियों पर टार्गेट वर्क का दबाव कम किया जाए।
- आत्महत्या प्रकरण की निष्पक्ष जांच करवाई जाए।
- शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्यों से मुक्त किया जाए।
🔹 ज्ञापन सौंपने वालों में शामिल
जिला अध्यक्ष मुकेश इटोली, ब्लॉक अध्यक्ष एस.एस. डाटा, राम बबलूराम, महेश, गोपी सहाय, रमेश चंद, लाखन सिंह, राजेश, प्रह्लाद कोली, मुकेश (ग्राम विकास सचिव) सहित पंचायती राज, क्लर्क, पटवारी सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।
