Holi festival 2025: अभिकृति और अर्थ फाउंडेशन के युवाओं ने वृद्धाश्रम में मनाई खुशियों भरी होली
अलवर। होली सिर्फ रंगों का नहीं, बल्कि प्रेम और अपनत्व का पर्व भी है। इसी संदेश को लेकर अभिकृति और अर्थ फाउंडेशन के युवाओं ने इस बार होली का त्योहार एक अनूठे अंदाज में मनाया। इन युवाओं ने वृद्धाश्रम में जाकर बुजुर्गों संग होली खेली और उन्हें खुशी के रंगों में रंग दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत बुजुर्गों को भोजन परोसने से हुई, जहां युवाओं ने खुद अपने हाथों से उन्हें प्रेमपूर्वक भोजन कराया। इसके बाद गीत-संगीत, खेल और हंसी-मजाक से माहौल खुशनुमा हो गया। फूलों और गुलाल से होली खेलते समय बुजुर्गों के चेहरे पर जो खुशी और उल्लास झलका, वह अविस्मरणीय था।
इस अवसर पर अर्थ फाउंडेशन के अध्यक्ष युवराज प्रधान ने कहा, “आज के दौर में जहां कई संतानें अपने माता-पिता को दर-दर की ठोकरें खाने के लिए छोड़ देती हैं, वहीं हमारी कोशिश है कि इन बुजुर्गों को यह एहसास कराया जाए कि वे अकेले नहीं हैं। हम सब उनके अपने हैं, और उनकी सेवा करना हमारा कर्तव्य है।”
अभिकृति फाउंडेशन से शानू ने अपने मधुर गायन से सभी का मन मोह लिया। इस मौके पर देव आश्रय की संस्थापक शिवानी शर्मा ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, “यह होली इन बुजुर्गों के लिए जीवन भर यादगार रहेगी। ये पहल समाज के लिए प्रेरणा है, जिससे दूसरों को भी सीख लेनी चाहिए।”
कार्यक्रम में साक्षी गुप्ता, शानू, युवराज, अमृता, नितिन, संदीपा, अभिषेक, हिमांशी, लक्की, हिरेंद्र, वरुण, गर्वित, सीमा, अरुण, कुलदीप, हर्षित सहित कई अन्य युवा शामिल हुए। साथ ही, वरिष्ठ नागरिकों के साथ अतुल सक्सेना, इंदु, सुभाषु शर्मा, नेहा, खुशी आदि ने भी होली की खुशियों को साझा किया।
बुजुर्गों ने अपने आशीर्वाद और प्रेम के साथ इन युवाओं को धन्यवाद दिया और इस पल को अपनी जिंदगी के सबसे यादगार लम्हों में शामिल किया। ऐसे कार्यक्रम समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं, जो यह साबित करते हैं कि इंसानियत अभी भी जिंदा है।