Gurjar Samaj Mahapanchayat: गुर्जर समाज एकजुट: 8 जून को पीलूपुरा में महापंचायत, आरक्षण सहित कई मांगों को लेकर होगा आंदोलन तेज
बांदीकुई (राजस्थान): गुर्जर समाज एक बार फिर अपने अधिकारों और हकों की आवाज बुलंद करने के लिए संगठित हो गया है। 8 जून 2025 को भरतपुर जिले के ऐतिहासिक पीलूपुरा धरना स्थल पर एक महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। यह वही पीलूपुरा है, जहां वर्ष 2007 और 2008 के आरक्षण आंदोलनों के दौरान समाज के कई युवा शहीद हुए थे। आज भी उनकी शहादत समाज की चेतना में जीवित है।
महापंचायत को सफल बनाने के लिए आरक्षण संघर्ष समिति, गुर्जर महासभा और युवा गुर्जर महासभा के पदाधिकारी गांव-गांव जाकर जनसंपर्क कर रहे हैं और पीले चावल वितरित कर हर घर से एक प्रतिनिधि को आमंत्रित कर रहे हैं।
प्रमुख मांगें:
- गुर्जर समाज को 5% आरक्षण की पूर्ण बहाली
- आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमों की वापसी
- शहीदों और घायलों के परिजनों को सरकारी नौकरी
- देवनारायण बोर्ड की नियमित समीक्षा और सक्रियता
समाज का आरोप है कि अब तक न तो आंदोलन में शहीद हुए युवाओं के परिजनों को नौकरी मिली है, न ही मुकदमे वापस लिए गए हैं, और न ही देवनारायण बोर्ड की कोई सक्रिय बैठक हुई है।
नेतृत्व और अपील:
यह महापंचायत आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजय बैंसला, जो कि स्व. कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के पुत्र हैं, के नेतृत्व में होगी। इसमें राजस्थान के अलावा हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और दिल्ली से भी समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल होंगे।
बांदीकुई तहसील अध्यक्ष बाबूलाल छावड़ी ने अपील की है कि सभी समाज बंधु 8 जून रविवार सुबह 8:30 बजे पीछुपाड़ा टोल प्लाजा पर अपने निजी वाहनों से पहुंचे, जहां से काफिला पीलूपुरा के लिए रवाना होगा।
इस आयोजन को सफल बनाने के लिए जयसिंह माल थानेदार, पूर्व सरपंच रामसिंह महाणा, मानसिंह करीरिया, हाकिमसिंह सोमाडा, बनीसिंह छावड़ी, रंगलाल पटेल, श्रीकृष्णा भाणडेड़, और महेश चेची ने भी समाज के बुजुर्गों व युवाओं से बड़ी संख्या में भागीदारी की अपील की है।
निष्कर्ष: गुर्जर समाज अब आर-पार की लड़ाई के मूड में है। वर्षों से लंबित मांगों को लेकर समाज में गहरा आक्रोश है। 8 जून की महापंचायत एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकती है, जिसमें समाज अपनी एकता और संघर्ष की ताकत का प्रदर्शन करेगा।