जोलन्दा में घायल बन्दर की सहायता कर बचाई जान
मलारना डूंगर उपखंड क्षेत्र के जोलन्दा गांव में अटल सेवा केन्द्र के पास शुक्रवार को सुबह करीब 7 सात बजे एक बन्दर घायल अवस्था में पड़ा मिला, जिसका किसी चीज में फस जाने अन्य किसी कारण शरीर की पीठ पर चोट आने के कारण पिछली टांगों में बिल्कुल भी नहीं चल पा रहा था। इस वाक्या की सूचना ग्रामीण युवाओं द्वारा गांव के समाज सेवी कालूराम मीना (जोलन्दा) को दी जो कि स्वयं भी एक दिव्यांगजन लेकिन समाज सेवा के कार्य में 24 घंटे सक्रिय रहते हैं। कालूराम मीना ने वन विभाग को बन्दर के घायल होने के बारे में अवगत कराया स्थानीय युवकों विजेन्द्र मीना, रुपसिंह मीना, हेमराज मीना, अपने साथीयों की सहायता से घायल बन्दर को एक सुरक्षित स्थान पर पहुंचवाया और उसको रोटी, पानी, बिस्कुट की व्यवस्था कर उचित उपचार के लिए वन विभाग को फोन करके घायल बन्दर के बारे में जानकारी दी और वन विभाग से मदद की मांग की। कालूराम मीणा ने बताया कि घायल बन्दर को आवारा कुत्ते-बिल्ली हानि पहुंचा सकते थे, जिसके कारण उसकी जान भी जा सकती थी। लेकिन समय रहते हुए ग्रामीणों की मदद से एक राष्ट्रीय पक्षी को बचा लिया गया। राष्ट्रीय पक्षी की जिन्दगी बचाने में विशेष योगदान रहा हंसराज मीना ओमस्वामी मीना, दिलखुश मीना अन्य सभी का संयोग रहा.
रिपोर्ट: प्रवीन कुमार